मुंबई : मध्य रेल मुंबई मंडल इंजी. विभाग एक तरफ आरटीआई में मांगी गई जानकारी पिछले 6-7 महीनों से नहीं दे रहा है और इसमें उनके कैडर बिरादरी एडीआरएम/अपीलेट अथॉरिटी भी पूरी तरह सहभागी हैं. दूसरी तरफ एक ही दिन में एक ही पार्टी के नाम करीब 80-90 लाख के बिल बना दिए जाते हैं, जबकि उक्त पार्टी ने न तो यह काम किए हैं, अथवा किए हैं तो सिर्फ नाममात्र के लिए ही किए हैं. यह पार्टी पहले भी विभागीय मटेरियल इस्तेमाल करने के लिए बदनाम रही है और पुराना रेलकर्मी होने के नाते यह पार्टी विभाग की स्थितियों और अधिकारियों एवं एसएसई/एसई/पीवे की भ्रष्ट मानसिकताओं का भरपूर दोहन करने में माहिर है. आइटमवाइज जो तमाम विवरण 'रेलवे समाचार' को प्राप्त हुआ है और बेलास्ट सप्लाई में एक पार्टी विशेष को जिस तरह फेवर किया जा रहा है तथा जिस तरह उसके पुराने विजिलेंस मामले को 'मैनेज' किया गया है आदि सहित जिस तरह एक पीडब्ल्यूआई अपनी पोस्टिंग के मात्र साल भर के अंदर एक आलीशान मकान के साथ शानदार सैंट्रो कार का मालिक बन जाता है, यह सब क्रमश: उजागर करने की तैयारी संबंधित सेक्शनों के इंजी. कर्मचारियों ने की है.
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