Friday 18 September, 2009

मेरा जीवन शुरु से ही सादगीपूर्ण : ममता

नयी दिल्ली : सादगीपूर्ण जिंदगी अपनाने की सरकार की कोशिश कुछ केन्द्रीय मंत्रियों के लिए भले ही मुश्किलें खड़ी कर सकती है, लेकिन रेल मंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि वह ऐसा जीवनयापन अर्से से कर रही हैं। ममता ने वित्त मंत्रालय द्वारा मंत्रियों को सादगीपूर्ण जीवन जीने की सलाह दिए जाने के बारे में कहा कि मेरे जिंदगी जीने के तरीके से हर कोई वाकिफ है. मैं वित्त मंत्री द्वारा सुझाए गए कदमों का तहेदिल से स्वागत करती हूं. मेरे लिए यह नया नहीं है और मैं ऐसे जीवन को कई दशक पहले अपना चुकी हूं.
ममता ने अब तक सरकारी वाहन नहीं लिया है. उन्होंने कहा कि वह अपने निजी वाहनों से ही हर जगह आना-जाना जारी रखेंगी. अपने निजी फ्लैट में रह रही तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं के बार-बार कहने के बावजूद अपने सरकारी बंगले में जाने के प्रति अनिच्छा जाहिर की. कंधे पर अक्सर झोला लटकाए और सफेद साड़ी पहने ममता परम्परागत हवाई चप्पल पहनती हैं. उन्होंने कहा कि मैं सारी जिंदगी एक सामान्य व्यक्ति की तरह जीना चाहती हूं, क्योंकि आम आदमी देश की ताकत है. रेलवे में लागत नियंत्रण के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में ममता ने कहा कि उनका मंत्रालय लागत में कटौती करने के लिए पहले ही मितव्ययिता बरत रहा है.
जबकि उधर केन्द्रीय मंत्रिमण्डल की पिछली बैठक में अपने खर्चों में कटौती की सरकार की सलाह का कुछ सदस्यों ने विरोध किया था. वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रिय उड़ानों में लम्बी यात्रा और दैनिक भत्ते में इजाफे की वजह से प्रथम श्रेणी में यात्रा करना चाहते हैं. अक्षय ऊर्जा संसाधन मंत्री फारूक अब्दुल्ला यह जानना चाहते थे कि उनके जैसा ऊंचे कद का आदमी इकोनॉमी क्लास में कैसे सफर कर सकता है. कृषि मंत्री शरद पवार ने भी ऐसी ही परेशानी का हवाला दिया था.

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