रेल भी हिंदी की तरह देश को जोड़ती है-वर्मा
मुंबई : पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक रवींद्रनाथ वर्मा ने कहा कि जिस तरह रेलगाड़ी देश के विभिन्न प्रदेशों में लोगों को आपस में जोड़ती है, उसी तरह हिंदी भाषा ने भी देश के विभिन्न प्रदेशों के लोगों के बीच भावनात्मक एकता बनाए रखने में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसलिए रेल और हिंदी का यह अटूट रिश्ता हमारी राष्ट्रीय अस्मिता की गौरवपूर्ण पहचान है. श्री वर्मा ने राजभाषा हिंदी की हीरक जयंती के उपलक्ष्य में पश्चिम रेलवे द्वारा 7 सितंबर से 18 सितंबर तक मनाये गये. राजभाषा पखवाड़े के दौरान हिंदी टिप्पण, लेखन, हिंदी निबंध तथा हिंदी डिक्टेशन प्रतियोगिताएं रखी गईं. राजभाषा अनुभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा विभागों में जाकर सभी रेलकर्मियों को राजभाषा हिंदी में कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया. बीस हजार शब्द योजना के अंतर्गत हिंदी मेेेें उत्कृष्ट कार्य करने वाले 172 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नकद पुरस्कार किये गये. हिंदी में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले प्रधान कार्यालय के भंडार विभाग के अलावा राजकोट मंडल एवं लोअर परेल काखाने का चयन किया गया. स्वरचित हिंदी काव्य पाठ एवं कथावाचन तथा प्रश्न-मंच प्रतियोगिता रखी गई 18 सितम्बर को सम्पूर्ण पखवाड़े के दौरान सम्पन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को महाप्रबंधक के हाथों पुरस्कृत किया गया.
तायल बने कोंकण रेलवे के प्रबंध निदेशक
मुंबई : 31 अगस्त को श्री अनुराग मिश्रा के रिटायर होने पर कोंकण रेलवे के डायरेक्टर/ऑपरेशन रहे श्री भानु प्रकाश तायल कोंकण रेलवे कार्पोरेशन लि. (केआरसीएल) के प्रबंध निदेशक (एमडी) बन गए हैं. श्री तायल ने करीब ढाई साल पहले बतौर सीओएम कोंकण रेलवे में प्रतिनियुक्ति पर ज्वाइन किया था. मई 2008 से वह इसके डायरेक्टर/ऑपरेशन के पद पर कार्यरत थे. श्री तायल ने कोंकण रेलवे रूट पर 4 नई मेल/एक्स. गाडिय़ां शुरू करवाई जबकि तीन गाडिय़ों के फेरे बढ़ाये और एक गाड़ी का गंतव्य आगे तक बढ़वाया तथा स्थायी तौर पर 4 गाडिय़ों में अतिरिक्त कोच जुड़वाये हैं. 1981 बैच के आईआरटीएस अधिकारी श्री तायल इस पद पर लंबे अर्से तक रह सकते हैं. जब तक कि उनका महाप्रबंधक बनने का अवसर नहीं आता क्योंकि उनका कार्यकाल 31 दिसंबर 2015 तक है. उनके नेतृत्व में कोंकण रेलवे और अधिक प्रगति करेगी, यह कहते हुए उनके तमाम आईआरटीएस साथियों ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी हैं.
मुंबई : पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक रवींद्रनाथ वर्मा ने कहा कि जिस तरह रेलगाड़ी देश के विभिन्न प्रदेशों में लोगों को आपस में जोड़ती है, उसी तरह हिंदी भाषा ने भी देश के विभिन्न प्रदेशों के लोगों के बीच भावनात्मक एकता बनाए रखने में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसलिए रेल और हिंदी का यह अटूट रिश्ता हमारी राष्ट्रीय अस्मिता की गौरवपूर्ण पहचान है. श्री वर्मा ने राजभाषा हिंदी की हीरक जयंती के उपलक्ष्य में पश्चिम रेलवे द्वारा 7 सितंबर से 18 सितंबर तक मनाये गये. राजभाषा पखवाड़े के दौरान हिंदी टिप्पण, लेखन, हिंदी निबंध तथा हिंदी डिक्टेशन प्रतियोगिताएं रखी गईं. राजभाषा अनुभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा विभागों में जाकर सभी रेलकर्मियों को राजभाषा हिंदी में कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया. बीस हजार शब्द योजना के अंतर्गत हिंदी मेेेें उत्कृष्ट कार्य करने वाले 172 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नकद पुरस्कार किये गये. हिंदी में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले प्रधान कार्यालय के भंडार विभाग के अलावा राजकोट मंडल एवं लोअर परेल काखाने का चयन किया गया. स्वरचित हिंदी काव्य पाठ एवं कथावाचन तथा प्रश्न-मंच प्रतियोगिता रखी गई 18 सितम्बर को सम्पूर्ण पखवाड़े के दौरान सम्पन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को महाप्रबंधक के हाथों पुरस्कृत किया गया.
तायल बने कोंकण रेलवे के प्रबंध निदेशक
मुंबई : 31 अगस्त को श्री अनुराग मिश्रा के रिटायर होने पर कोंकण रेलवे के डायरेक्टर/ऑपरेशन रहे श्री भानु प्रकाश तायल कोंकण रेलवे कार्पोरेशन लि. (केआरसीएल) के प्रबंध निदेशक (एमडी) बन गए हैं. श्री तायल ने करीब ढाई साल पहले बतौर सीओएम कोंकण रेलवे में प्रतिनियुक्ति पर ज्वाइन किया था. मई 2008 से वह इसके डायरेक्टर/ऑपरेशन के पद पर कार्यरत थे. श्री तायल ने कोंकण रेलवे रूट पर 4 नई मेल/एक्स. गाडिय़ां शुरू करवाई जबकि तीन गाडिय़ों के फेरे बढ़ाये और एक गाड़ी का गंतव्य आगे तक बढ़वाया तथा स्थायी तौर पर 4 गाडिय़ों में अतिरिक्त कोच जुड़वाये हैं. 1981 बैच के आईआरटीएस अधिकारी श्री तायल इस पद पर लंबे अर्से तक रह सकते हैं. जब तक कि उनका महाप्रबंधक बनने का अवसर नहीं आता क्योंकि उनका कार्यकाल 31 दिसंबर 2015 तक है. उनके नेतृत्व में कोंकण रेलवे और अधिक प्रगति करेगी, यह कहते हुए उनके तमाम आईआरटीएस साथियों ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी हैं.
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