भारतीय रेल मजदूर संघ का अभ्यास वर्ग संपन्न
मुंबई : भारतीय रेल मजदूर संघ द्वारा मध्य रेलवे कर्मचारी संघ एवं पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद के कार्यकर्ताओं के लिए एक दिवसीय अभ्यास वर्ग कल्याण के सरस्वती विद्यामंदिर सभागार में आयोजित किया गया. अभ्यास वर्ग की अध्यक्षता प.रे.क. परिषद के अध्यक्ष श्री रघुवीर सिंह शिशौदिया ने किया. अभ्यास वर्ग का उद्घाटन भारतीय मजदूर संघ महाराष्ट्र के संगठन मंत्री श्री चंद्रकांत धुमाल ने किया.
चार सत्रों में आयोजित अभ्यास वर्ग में आर्थिक विकास का तीसरा मार्ग, मॉडिफाइड एश्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन स्कीम, (एमएसीपीएस) रेलवे में मजदूर संगठनों का विस्तार, विजन 2012 इत्यादि थे. अपने उद्घाटन भाषण में श्री धुमाल ने संगठन की कार्यपद्धति, आदर्श कार्यकर्ता, भा.रे.म. संघ की मजदूर आंदोलन में भूमिका आदि पर प्रकाश डाला. उन्होंने जोर देकर कहा कि आज जबकि संगठित क्षेत्र लगभग समाप्त होता जा रहा है, मजदूरों का असंगठित क्षेत्र में शोषण हो रहा है, रेलवे में ठेकेदारी प्रथा बढ़ रही है, भा.रे.म. संघ को भी असंगठित मजदूरों के हितार्थ कार्य करना चाहिए.
नासिक से आए हुए श्री डी. अनिल ने देश में मजदूर आंदोलन के विकास क्रम पर विस्तृत व्याख्यान दिया. उन्होंने द्वितीय सत्र में आर्थिक विकास के तीसरे विकल्प पर जोर देते हुए कहा कि साम्यवादी और पूंजीवादी विकास की अवधारणा के विश्व पटल से गायब होने की स्थिति में राष्ट्रवादी आर्थिक विकास की नीति ही तीसरे विकल्प में सफल हो सकती है. इस संदर्भ में उन्होंने स्व. दत्तोपंत ठेंगड़ी द्वारा रखे गए अनेक तर्कों तथा उदाहरणों द्वारा विषय को पुष्ट किया.
एमएसीपीएस द्वारा रेल कर्मचारियों को पदोन्नति व अगले पे ग्रेड में पदस्थापित करने की योजना पर श्री सतीश कुशवाह ने विस्तार से कार्यकर्ताओं की समस्याओं एवं आशंकाओं का समाधान किया. उन्होंने इस नीति के प्रत्येक बिंदु को उदाहरण सहित समझाया. अभ्यास का समापन करते हुए भारतीय रेलवे मजदूर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री एम. बी. दवे ने 'विजन 2012' का ब्यौरा रखा.
उन्होंने कहा कि वस्तुत: सन 2005 में घोषित विजन 2012 लक्ष्य की तैयारी के लिए 5 वर्षों का समय भारतीय मजदूर संघ ने तय किया था. इस दौरान सभी संगठनों को क्रम व कालबद्ध तरीके से संगठन का विस्तार एवं सशक्तीकरण करना था. अब तक लगभग 90 प्र.श. तैयारी हो चुकी है. इसलिए सन 2012 में आने वाली जिम्मेदारी के संगठन किस प्रकार निर्वाह करेगा, इसकी तैयारी विजन 2012 है. यह तैयारी कार्यकर्ताओं की है, उनकी दक्षता, कार्यकुशलता, नियमों की जानकारी, संवाद, पत्र लेखन व मजदूरों की समस्याओं का निदान आदि किस प्रकार से किया जाए और संपूर्ण उद्योग में अपना संगठन किस प्रकार से अग्रणी रहे, इसका प्रशिक्षण अगले दो वर्षों में दिया जाना है. श्री दवे ने इस पर गहन चिंतन से निकले निष्कर्षों को प्रस्तुत किया.
अभ्यास वर्ग के विभिन्न सत्रों की अध्यक्षता क्रमश: श्री जीवन सिंह अधिकारी, दत्ता गोडबोले, श्री खातू, रत्नाकर वागज ने की. अभ्यास वर्ग का संचालन म.रे.क. संघ के कोषाध्यक्ष डॉ. दिनेश प्रताप सिंह ने किया. प्रास्ताविक श्री विट्ठल गाढवे ने और आभार प्रदर्शन दत्ता गोडबोले ने किया. पूरे दिन दोनों जोनल रेलों के मुंबई मंडल के 94 कार्यकर्ताओं ने अभ्यास वर्ग में भाग लिया. प्रेक्षक के रूप में भा.रे.म. संघ के सहायक महामंत्री श्री मंगेश देशपांडे विशेष रूप से उपस्थित थे. वंदेमातरम के साथ अभ्यासवर्ग का समापन हुआ.
मुंबई : भारतीय रेल मजदूर संघ द्वारा मध्य रेलवे कर्मचारी संघ एवं पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद के कार्यकर्ताओं के लिए एक दिवसीय अभ्यास वर्ग कल्याण के सरस्वती विद्यामंदिर सभागार में आयोजित किया गया. अभ्यास वर्ग की अध्यक्षता प.रे.क. परिषद के अध्यक्ष श्री रघुवीर सिंह शिशौदिया ने किया. अभ्यास वर्ग का उद्घाटन भारतीय मजदूर संघ महाराष्ट्र के संगठन मंत्री श्री चंद्रकांत धुमाल ने किया.
चार सत्रों में आयोजित अभ्यास वर्ग में आर्थिक विकास का तीसरा मार्ग, मॉडिफाइड एश्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन स्कीम, (एमएसीपीएस) रेलवे में मजदूर संगठनों का विस्तार, विजन 2012 इत्यादि थे. अपने उद्घाटन भाषण में श्री धुमाल ने संगठन की कार्यपद्धति, आदर्श कार्यकर्ता, भा.रे.म. संघ की मजदूर आंदोलन में भूमिका आदि पर प्रकाश डाला. उन्होंने जोर देकर कहा कि आज जबकि संगठित क्षेत्र लगभग समाप्त होता जा रहा है, मजदूरों का असंगठित क्षेत्र में शोषण हो रहा है, रेलवे में ठेकेदारी प्रथा बढ़ रही है, भा.रे.म. संघ को भी असंगठित मजदूरों के हितार्थ कार्य करना चाहिए.
नासिक से आए हुए श्री डी. अनिल ने देश में मजदूर आंदोलन के विकास क्रम पर विस्तृत व्याख्यान दिया. उन्होंने द्वितीय सत्र में आर्थिक विकास के तीसरे विकल्प पर जोर देते हुए कहा कि साम्यवादी और पूंजीवादी विकास की अवधारणा के विश्व पटल से गायब होने की स्थिति में राष्ट्रवादी आर्थिक विकास की नीति ही तीसरे विकल्प में सफल हो सकती है. इस संदर्भ में उन्होंने स्व. दत्तोपंत ठेंगड़ी द्वारा रखे गए अनेक तर्कों तथा उदाहरणों द्वारा विषय को पुष्ट किया.
एमएसीपीएस द्वारा रेल कर्मचारियों को पदोन्नति व अगले पे ग्रेड में पदस्थापित करने की योजना पर श्री सतीश कुशवाह ने विस्तार से कार्यकर्ताओं की समस्याओं एवं आशंकाओं का समाधान किया. उन्होंने इस नीति के प्रत्येक बिंदु को उदाहरण सहित समझाया. अभ्यास का समापन करते हुए भारतीय रेलवे मजदूर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री एम. बी. दवे ने 'विजन 2012' का ब्यौरा रखा.
उन्होंने कहा कि वस्तुत: सन 2005 में घोषित विजन 2012 लक्ष्य की तैयारी के लिए 5 वर्षों का समय भारतीय मजदूर संघ ने तय किया था. इस दौरान सभी संगठनों को क्रम व कालबद्ध तरीके से संगठन का विस्तार एवं सशक्तीकरण करना था. अब तक लगभग 90 प्र.श. तैयारी हो चुकी है. इसलिए सन 2012 में आने वाली जिम्मेदारी के संगठन किस प्रकार निर्वाह करेगा, इसकी तैयारी विजन 2012 है. यह तैयारी कार्यकर्ताओं की है, उनकी दक्षता, कार्यकुशलता, नियमों की जानकारी, संवाद, पत्र लेखन व मजदूरों की समस्याओं का निदान आदि किस प्रकार से किया जाए और संपूर्ण उद्योग में अपना संगठन किस प्रकार से अग्रणी रहे, इसका प्रशिक्षण अगले दो वर्षों में दिया जाना है. श्री दवे ने इस पर गहन चिंतन से निकले निष्कर्षों को प्रस्तुत किया.
अभ्यास वर्ग के विभिन्न सत्रों की अध्यक्षता क्रमश: श्री जीवन सिंह अधिकारी, दत्ता गोडबोले, श्री खातू, रत्नाकर वागज ने की. अभ्यास वर्ग का संचालन म.रे.क. संघ के कोषाध्यक्ष डॉ. दिनेश प्रताप सिंह ने किया. प्रास्ताविक श्री विट्ठल गाढवे ने और आभार प्रदर्शन दत्ता गोडबोले ने किया. पूरे दिन दोनों जोनल रेलों के मुंबई मंडल के 94 कार्यकर्ताओं ने अभ्यास वर्ग में भाग लिया. प्रेक्षक के रूप में भा.रे.म. संघ के सहायक महामंत्री श्री मंगेश देशपांडे विशेष रूप से उपस्थित थे. वंदेमातरम के साथ अभ्यासवर्ग का समापन हुआ.
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