Wednesday 9 December, 2009

रायबरेली का 'चेकिंग स्टेशन' का दर्जा समाप्त

दिनेश त्रिपाठी, लखनऊ

रायबरेली : उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल द्वारा रायबरेली रेलवे स्टेशन का 'चेकिंग स्टेशन' दर्जा समाप्त किए जाने का फरमान द्वारा जारी कर दिया गया है. इस संबंध में 24 नवंबर का डीआरएम जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि यहां के कुल 19 चेकिंग स्टाफ में से 14 को अन्यत्र उनकी पसंद के अनुसार भेजा जाएगा. रायबरेली स्टेशन पर अब सिर्फ पांच लोगों का स्टाफ ही रह जाएगा. इस संबंध में सीनियर डीसीएम/लखनऊ मंडल श्री नीरज शर्मा ने मोबाइल पर 'रेलवे समाचार' को बताया कि चूंकि चेकिंग स्टाफ की सार्टेज है और गाडिय़ां बढ़ गई हैं, जबकि कई गाडिय़ां अभी और बढऩे वाली हैं. इसके अलावा सबसे महत्वपुर्ण बात यह है कि अब रायबरेली स्टेशन से शुरू एवं अंत होने (ओरिजनेटिंग/टर्मिनेटिंग) वाली कोई गाड़ी नहीं रह गई है. सब गाडिय़ां प्रतापगढ़-इलाहाबाद-लखनऊ तक बढ़ा दी गई हैं. इसलिए अब रायबरेली का चेकिंग स्टेशन का दर्जा बनाए रककर मैनपावर वेस्टेज करने वाली बात होगी. श्री शर्मा ने कहा कि इस संबंध में यूनियनों से भी सलाह-मशवरा कर लिया गया है.

हालांकि सीनियर डीसीएम श्री शर्मा की बात अपनी जगह सही हो सकती है, मगर फिलहाल रायबरेली स्टेशन पर साकेत एक्स. टर्मिनेट और ओरिजनेट हो रही है तथा निकट भविष्य में मुंबई से कानपुर के बीच चलने वाली उद्योग नगरी एक्स. को भी बढ़ाकर वाया लखनऊ-रायबरेली में ही टर्मिनेट और वहीं से ओरिजनेट किया जाने वाला है. इसके अलावा रायबरेली स्टेशन चूंकि कांग्रेस एवं यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण स्टेशन होने के कारण इसे वल्र्ड क्लास स्टेशन बनाने की भी योजना बनाई जा रही है. ऐसे में रायबरेली स्टेशन का चेकिंग स्टेसन का दर्जा समाप्त करना कहां तक जस्टीफाई है? इसके अलावा रायबरेली से ओरिजनेट एवं टर्मिनेट होने वाली गाडिय़ों को आगे-पीछे प्रतापगढ़ और लखनऊ एवं इलाहाबाद तक बढ़ा (सरका) दिए जाने के पीछे कहीं ब्यूरोक्रेटिक तिकड़म तो नहीं है? और इस प्रकार देश की एक सशक्त महिला राजनीतिज्ञ सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र का विकास अवरुद्ध करने की कोई प्रशासनिक एवं राजनीतिक साजिश तो नहीं चल रही है? जबकि रायबरेली स्टेशन पर दिखावे के लिए खूब ग्रेनाइट और संगमरमर लगाया जा रहा है. स्थानीय राजनीतिक नेतागण इस मामले को सोनिया गांधी के पास तक पहुंचाने की तैयारी कर रहै हैं.

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