मध्य रेल के लदान एवं अर्जन में वृद्धि
गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री बी. बी. मोदगिल ने सभी रेलकर्मियों, उनके परिजनों तथा लाखों सम्मानित ग्राहकों को नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दीं. अपनी गौरवशाली परंपरा को बनाए रखते हुए मध्य रेल ने चालू वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में उत्कृष्ट कार्य निष्पादन किया. अप्रैल से दिसंबर 2009 तक मध्य रेल ने 40.96 मिलियन टन का कुल लदान हासिल किया जोकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान हासिल माल लदान की तुलना में 2.7 प्रतिशत अधिक है. इस अवधि के दौरान मध्य रेल ने 1159.49 मिलियन यात्रियों का वहन किया जो पिछले वर्ष के 1129.85 मिलियन यात्रियों की तुलना में 2.62 प्रतिशत अधिक हैं. मध्य रेल का प्रारंभिक अर्जन पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में हुए रु. 4419 करोड़ के अर्जन की तुलना में बढ़कर रु. 4837 करोड़ हो गया जोकि 9.5 प्रतिशत अधिक है.
वर्ष 2009 में मध्य रेल ने यात्री सुख-सुविधाओं, यातायात सुविधाओं और तकनीकी उपलब्धियों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किए हैं. इनमें से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस मुंबई, पुणे और नागपुर स्टेशनों पर बैटरी परिचालित गाड़ी शुरू करना, वाड़ीबंदर में यांत्रिक लिनेन सफाई संयंत्र शुरू करना, एसएमएस फीड बैक तथा एसएमएम अपडेट सेवा प्रारंभ करना, फोन नं. 139 पर उपनगरीय गाड़ी पूछताछ का प्रावधान, बुकिंग कार्यालयों का आधुनिकीकरण, मॉड्यूरल शौचालयों का निर्माण, ग्राफिकल एलईडी आधारित गाड़ी इंडिकेटरों का प्रावधान, जीपीएस आधारित क्लॉक, नए एफओबी का निर्माण और जन-साधारण टिकट बुकिंग एवं इज्जत रियायती योजनाएं शुरू करना शामिल है.
मध्य रेलवे द्वारा सबसे पहले दूरंतो गाडिय़ों में स्लीपर श्रेणी के यात्रियों को बेड-रोल उपलब्ध कराए गए हैं. इस उत्कृष्ट कार्य निष्पादन को हासिल करने में मध्य रेल के सभी विभागों का बहुत बड़ा योगदान है. परिचालन विभाग ने अप्रैल से दिसंबर 2009 तक रिकार्ड संख्या में 2186 विशेष गाडिय़ां चलाईं और 2.58 यात्रियों को स्थान उपलब्ध कराकर उत्कृष्ट कार्य किया है. वाणिज्य विभाग ने अप्रैल से दिसंबर 2009 तक 38.45 करोड़ रु. का रिकार्ड टिकट जांच अर्जन हासिल किया, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 33.58 करोड़ था जोकि 15 प्र.श. अधिक है. इंजीनियरी विभाग ने कसारा और इगतपुरी के बीच एहेगांव वायाडक्ट पर बने पुराने स्टील गर्डर पुल की जगह नया पुल बनाया. विद्युत विभाग ने इगतपुरी-कल्याण खंड पर एसी-डीसी परिवर्तन का कार्य पूरा किया. मध्य रेल के यांत्रिक विभाग ने वाड़ीबंदर में भारतीय रेल पर पहली इन-हाउस यांत्रिक लिनेन धुलाई लांड्री शुरू की है. लेखा विभाग ने यूनिटडों को उनके व्यय में नियंत्रण रखने में सहायता देने के लिए माह के दौरान हुए व्यय का विस्तृत विश्लेषण माह के अंतिम आठ दिनों में उपलब्ध कराया.
भंडार विभाग ने अप्रैल से दिसंबर 2009 तक 170.48 करोड़ रु की रिकार्ड स्क्रैप बिक्री हासिल की. वर्ष के दौरान सिगनल एवं दूरसंचार विभाग द्वारा कई स्टेशनों पर कोच-गाइडेंस प्रणाली उपलब्ध कराई गई. वर्ष 2009 में निर्माण विभाग ने यात्रियों को ज्यादा असुविधा पहुंचाए बिना मस्जिद स्टेशन के सड़क ऊपरी पुल को गिराने का कार्य निर्धारित समय में पूरी किया. कार्मिक विभाग ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर वेतन बकाया की अंतिम अदायगी सुनिश्चित की. वर्ष के दौरान चिकित्सा विभाग ने विभिन्न स्वास्थ्य जांच कैम्प आयोजित किए तथा रेल कर्मचारियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने हेतु आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की भी खरीदी की.
पिछले वर्ष के दौरान मध्य रेल ने तीन नई सुपरफास्ट गाडिय़ां जैसे मुंबई-नागपुर दूरंतो एक्सप्रेस, मुंबई-कारवार सुपरफास्ट एक्सप्रेस और पुणे-सोलापु इंटरसिटी एक्सप्रेस शुरू की तथा हैदराबाद-उस्मानाबाद एक्सप्रेस को पुणे तक विस्तारित किया. तथापि, संरक्षा के क्षेत्र में मध्य रेल का निष्पादन हाल में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप नहीं रहा. इससे उस अवधि में दुर्घटनाएं बढ़ीं. यदि बुनियादी संरक्षा मानदंडों का अनुपालन किया गया होता तो कई दुर्घटनाओं को टाला जा सकता था. इस प्रवृत्ति को रोकने हेतु सभी स्तर पर और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है.
मध्य रेल का मुंबई उपनगरीय नेटवर्क दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क है जो मध्य रेल के 77 स्टेशनों के माध्यम से 1464 सेवाएं देकर लगभग 36 लाख दैनिक यात्रियों का वहन करती है. उपनगरीय यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के अपने सतत प्रयासों के अंतर्गत म.रे. ने पिछले वर्ष कई कदम उठाए हैं. वर्ष 2009 के दौरान मध्य रेल ने 54 अतिरिक्त उपनगरीय सेवाएं शुरू कीं तथा 86 नौ-कार सेवाओं को 12 कार सेवाओं में परिवर्तित किया, जिससे 12 कार सेवाएं 436 से बढ़कर 522 हो गई. हार्बर लाइन पर पनवेल और मुंबई छशिट के बीच दो महिला-विशेष सेवाएं शुरू की गई. रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा को सुदृढ़ करने हेतु विभिन्न उपाय किए गए, जिसमें उन्नत सीसीटीवी नेटवर्क तखा एक्स-रे बैगेज स्कैनरों का प्रावधान शामिल है.
इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री मोदगिल ने सभी अधिकारियों, पर्यवेक्षकों और कर्मचारियों को बधाई दी. जिनकी कर्तव्यनिष्ठा और अथक प्रयासों के कारण म.रे. अपने उद्देश्यों को हासिल करने में सफल हो सकी है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि रेल उपभोगकर्ताओं की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए मध्य रेल इसी प्रकार निरंतर उत्कृष्ट कार्य करती रहेगी.
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