Saturday, 8 August 2009

राकेश यादव, परमजीत कुमार,
ए. के. चंद्रा को भी हटाया जाए

नयी दिल्ली : पूर्व रेलमंत्री के सबसे ज्यादा नजदीकी और सबसे बड़े चाटुकार रहे राकेश यादव, परमजीत कुमार और ए. के. चंद्रा को भी अविलंब उनके वर्तमान पदों से हटाया जाना चाहिए. यह मांग रे.बो., उ.रे. और पू.म.रे. के तमाम अधिकारियों ने 'रेलवे समाचार' के माध्यम से रेल मंत्री ममता बनर्जी से की है. इन अधिकारियों के अनुसार राकेश यादव पिछले करीब 20 वर्षों से रेलवे बोर्ड में इंडियन रेलवे स्पोटर््स एसोसिएशन के सेक्रेटरी बनकर बैठे हैं. इंजी. कैडर के श्री यादव पूर्व रेलमंत्री और पूर्व सीआरबी की नजदीकी हासिल करके उनके कुनबे सहित चहेते अधिकारियों को विदेश घुमाने का काम करते रहे हैं. खेलों के उन्नयन में उनके शून्य योगदान के अलावा उन्हें एक ही जगह 20 वर्षों से पदस्थ रखा जाना भी गैर कानूनी है. यही स्थिति नयी दिल्ली स्टेशन के चीफ स्टेशन मैनेजर परमजीत कुमार की भी है, जो कि मंत्रियों-संत्रियों को अपनी चापलूसियों और नैतिक-अनैतिक सेवाओं की बदौलत तृतीय श्रेणी कर्मचारी से लेकर आज जेएजी अधिकारी बनने तक पिछले 19-20 वर्षों से लगातार नयी दिल्ली स्टेशन पर विराजमान होकर भारी अवैध कमाई कर रहे हैं. इसी तरह पूर्व रेलमंत्री का नजदीकी बनकर उनके नाम पर अपने पूर्व विधायक भाई के साथ मिलकर तमाम अधिकारियों से किसी न किसी बहाने मोटी रकमें वसूलने और अन्य तमाम अधिकारियों का उत्पीडऩ करवाने वाले पू.म.रे. के डीजीएम/जी सह सीपीआरओ ए. के. चंद्रा को भी अविलंब किसी अन्य रेलवे में शिफ्ट करके उनके द्वारा किए गए घपलों की जांच कराये जाने की मांग अधिकारियों ने की है.

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