रेलवे अस्पताल कल्याण की कमियां सुधारने हेतु आरकेएस का ज्ञापन
कल्याण : शिवसेना प्रणित रेल कामगार सेना (आरकेएस) ने कल्याण रेलवे अस्पताल की विभिन्न कमियों को शीघ्र सुधारने के लिए 23 जुलाई को सीएमएस डॉ. गुप्ता को एक ज्ञापन सौंपा. आरकेएस के अध्यक्ष श्री आनंदराव अडसूल के मार्गदर्शन में ज्ञापन प्रतिनिधिमंडल में आरकेएस म.रे. के महासचिव श्री दिवाकर देव (बॉबी), संयुक्त महासचिव श्री जयंत निमसूडकर, कोषाध्यक्ष श्री चंद्रकांत म्हस्के, सह-कोषा. श्री संजय जोशी, उपाध्यक्ष श्री अरुण मनोरे, कल्याण ओपन लाइन शाखा के अध्यक्ष श्री सुभाष जगताप, सचिव श्री दिनकर डंभारे, श्री पुरुषोत्तम चव्हाण, श्री अमर चव्हाण, लोकोशेड शाखा अध्यक्ष श्री विकास दुसाने, श्री घनश्याम पाटिल और श्री राजू गवली आदि पदाधिकारी शामिल थे.
ज्ञापन में आरकेएस ने मांग की है कि अस्पताल में प्रतिदिन आने वाले सैकड़ों मरीजों (रेलकर्मियों) के लिए प्रतीक्षालय (वेटिंग रूम) की सुविधा न होने से उन्हें भारी परेशानी होती है. इसलिए बेहतर यह होगा कि लैब को अन्यत्र शिफ्ट करके वहां वेटिंग रूम बनाया जाए और लैब का आधुनिकीकरण करके उसे हर प्रकार के परीक्षण हेतु सुसज्ज किया जाए क्योंकि लैब से गलत परीक्षण रिपोर्ट की शिकायतें बढ़ रही हैं. ज्ञापन में टीबी वार्ड में जगह की कमी, दो बिस्तरों के बीच कम जगह, वेंटिलेशन न होना, वॉश बेसिन और अलग टॉयलेट उपलब्ध न होना आदि कमियों का उल्लेख करते हुए इन्हें तुरंत ठीक किए जाने की मांग की गई है.
ज्ञापन में मांग की गई है कि अस्पताल में ईएनटी, स्किन एवं चाइल्ड स्पेशियलिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, सोनोलॉजिस्ट आदि डॉक्टरों की कमी को शीघ्र दूर किया जाए. ज्ञापन में कहा गया है कि कल्याण रेलवे अस्पताल से मरीजों को विभिन्न परीक्षणों के लिए डॉक्टरों का नाम लिखकर भायखला रेलवे अस्पताल में भेजा जाता है. परंतु वहां यदि संबंधित डॉक्टर छुट्टïी पर हुआ अथवा अन्य ड्यूटी में लगा होता है तो ऐसे में रेलकर्मियों को उसके लिए इंतजार करना पड़ता है, जिससे उनका 3-4 दिन का समय बरबाद होता है. अत: ऐसे परीक्षणों के लिए ऑन ड्यूटी डॉक्टर को रेफर किया जाना चाहिए.
ज्ञापन में सीएमएस से यह सवाल उठाया गया है कि उनके मातहत चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर (सीएचआई) क्या करते रहते हैं, क्योंकि उनके सामने ही पार्सल कार्यालय से ऑपरेटिंग इंस्टीट्यूट तक, जहां रेलवे आवास भी हैं, चौतरफा भयानक गंदगी फैली हुई है. यहां अवैध सब्जी मंडी लगने से रोजाना टनों कचरा निकलता है जो कि वहीं सड़ता रहता है, उसे उठाकर फेंका नहीं जाता है. बरसात के चालू मौसम में सड़ते हुए इस कचरे से उठने वाली भीषण दुर्गंध के कारण पार्सल कार्यालय और ऑपरेटिंग इंस्टीट्यूट में जहां रेलकर्मियों को काम करना मुश्किल हो रहा है, वहीं यहां रहने वाले रेलकर्मियों का इस दुर्गंध से बुरा हाल है. जबकि यात्रियों को यहां से नाक दबाकर निकलना पड़ता है. परंतु सीएचआई और आरपीएफ स्टाफ न तो इस अवैध सब्जी मंडी को हटा पा रहा है और न ही यहां की सफाई सुनिश्चित कर रहा है. ज्ञापन में आरकेएस ने कहा है कि यदि यह सब्जी मंडी शीघ्र हटाकर यहां की साफ-सफाई सुनिश्चित नहीं की गई तो आरकेएस स्टाइल में कार्रवाई की जाएगी.
इस अवसर पर श्री देव ने कल्याण रेलवे हास्पिटल कमेटी का भी गठन किया. इस कमेटी में लोकोशेड से श्री विकास दुसाने, एकाउंट्स से सुदेश सालुंखे, ओएचई से श्री सुभाष जगताप, इंजीनियरिंग से श्री दिनकर डंभारे एवं श्री अमर चव्हाण, सीएंडडब्ल्यू से श्री पुरुषोत्तम चव्हाण का समावेश किया गया है.
कल्याण : शिवसेना प्रणित रेल कामगार सेना (आरकेएस) ने कल्याण रेलवे अस्पताल की विभिन्न कमियों को शीघ्र सुधारने के लिए 23 जुलाई को सीएमएस डॉ. गुप्ता को एक ज्ञापन सौंपा. आरकेएस के अध्यक्ष श्री आनंदराव अडसूल के मार्गदर्शन में ज्ञापन प्रतिनिधिमंडल में आरकेएस म.रे. के महासचिव श्री दिवाकर देव (बॉबी), संयुक्त महासचिव श्री जयंत निमसूडकर, कोषाध्यक्ष श्री चंद्रकांत म्हस्के, सह-कोषा. श्री संजय जोशी, उपाध्यक्ष श्री अरुण मनोरे, कल्याण ओपन लाइन शाखा के अध्यक्ष श्री सुभाष जगताप, सचिव श्री दिनकर डंभारे, श्री पुरुषोत्तम चव्हाण, श्री अमर चव्हाण, लोकोशेड शाखा अध्यक्ष श्री विकास दुसाने, श्री घनश्याम पाटिल और श्री राजू गवली आदि पदाधिकारी शामिल थे.
ज्ञापन में आरकेएस ने मांग की है कि अस्पताल में प्रतिदिन आने वाले सैकड़ों मरीजों (रेलकर्मियों) के लिए प्रतीक्षालय (वेटिंग रूम) की सुविधा न होने से उन्हें भारी परेशानी होती है. इसलिए बेहतर यह होगा कि लैब को अन्यत्र शिफ्ट करके वहां वेटिंग रूम बनाया जाए और लैब का आधुनिकीकरण करके उसे हर प्रकार के परीक्षण हेतु सुसज्ज किया जाए क्योंकि लैब से गलत परीक्षण रिपोर्ट की शिकायतें बढ़ रही हैं. ज्ञापन में टीबी वार्ड में जगह की कमी, दो बिस्तरों के बीच कम जगह, वेंटिलेशन न होना, वॉश बेसिन और अलग टॉयलेट उपलब्ध न होना आदि कमियों का उल्लेख करते हुए इन्हें तुरंत ठीक किए जाने की मांग की गई है.
ज्ञापन में मांग की गई है कि अस्पताल में ईएनटी, स्किन एवं चाइल्ड स्पेशियलिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, सोनोलॉजिस्ट आदि डॉक्टरों की कमी को शीघ्र दूर किया जाए. ज्ञापन में कहा गया है कि कल्याण रेलवे अस्पताल से मरीजों को विभिन्न परीक्षणों के लिए डॉक्टरों का नाम लिखकर भायखला रेलवे अस्पताल में भेजा जाता है. परंतु वहां यदि संबंधित डॉक्टर छुट्टïी पर हुआ अथवा अन्य ड्यूटी में लगा होता है तो ऐसे में रेलकर्मियों को उसके लिए इंतजार करना पड़ता है, जिससे उनका 3-4 दिन का समय बरबाद होता है. अत: ऐसे परीक्षणों के लिए ऑन ड्यूटी डॉक्टर को रेफर किया जाना चाहिए.
ज्ञापन में सीएमएस से यह सवाल उठाया गया है कि उनके मातहत चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर (सीएचआई) क्या करते रहते हैं, क्योंकि उनके सामने ही पार्सल कार्यालय से ऑपरेटिंग इंस्टीट्यूट तक, जहां रेलवे आवास भी हैं, चौतरफा भयानक गंदगी फैली हुई है. यहां अवैध सब्जी मंडी लगने से रोजाना टनों कचरा निकलता है जो कि वहीं सड़ता रहता है, उसे उठाकर फेंका नहीं जाता है. बरसात के चालू मौसम में सड़ते हुए इस कचरे से उठने वाली भीषण दुर्गंध के कारण पार्सल कार्यालय और ऑपरेटिंग इंस्टीट्यूट में जहां रेलकर्मियों को काम करना मुश्किल हो रहा है, वहीं यहां रहने वाले रेलकर्मियों का इस दुर्गंध से बुरा हाल है. जबकि यात्रियों को यहां से नाक दबाकर निकलना पड़ता है. परंतु सीएचआई और आरपीएफ स्टाफ न तो इस अवैध सब्जी मंडी को हटा पा रहा है और न ही यहां की सफाई सुनिश्चित कर रहा है. ज्ञापन में आरकेएस ने कहा है कि यदि यह सब्जी मंडी शीघ्र हटाकर यहां की साफ-सफाई सुनिश्चित नहीं की गई तो आरकेएस स्टाइल में कार्रवाई की जाएगी.
इस अवसर पर श्री देव ने कल्याण रेलवे हास्पिटल कमेटी का भी गठन किया. इस कमेटी में लोकोशेड से श्री विकास दुसाने, एकाउंट्स से सुदेश सालुंखे, ओएचई से श्री सुभाष जगताप, इंजीनियरिंग से श्री दिनकर डंभारे एवं श्री अमर चव्हाण, सीएंडडब्ल्यू से श्री पुरुषोत्तम चव्हाण का समावेश किया गया है.
No comments:
Post a Comment