Tuesday, 13 October 2009

फंस गए आईजी सिंहदेव सीबीआई के जाल में

50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बरामद,
सीबीआई ने किया गिरफ्तार

इलाहबाद : उत्तर मध्य रेलवे के आईजी/सीएससी/आरपीऍफ़ सिंहदेव मीना के जयपुर और इलाहबाद स्थित दोनों ठिकानो पर आज मंगलवार, १३ अक्तूबर को सीबीआई ने एकसाथ छापा मारकर करीब 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बरामद की है। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई ने सिंहदेव को दोपहर करीब सवा दो बजे गिरफ्तार भी कर लिया है।

हालाँकि जब यह ख़बर 'रेलवे समाचार' को दोपहर लगभग एक बजे मिली तो 'रेलवे समाचार' ने मोबाइल पर सिंहदेव को जब बात कि तो उन्होंने बताया कि वह फिलहाल जयपुर और दिल्ली के बीच रास्ते में हैं, उन्हें भी इस बात कि पुरी जाकारी नहीं है कि वास्तव में क्या हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्हें भी यह पता चला है कि ऐसा कुछ हुआ है अब जाकर देखते हैं कि क्या हुआ है। हाँ, उन्होंने यह भी कहा कि चूँकि उनका प्रमोशन होने वाला है इसलिए लगता है कि किसी ने कोई खुरपेंच कि है। उन्होंने यह भी कहा कि वास्तव में जिनके ऊपर यह सब होना चाहिए उन पर कुछ नहीं हुआ है। शायद उनका इशारा मध्य रेलवे के आईजी/सीएससी/आरपीएफ बी एस सिद्धू कि तरफ़ था।

पता चला है कि सिंहदेव एक-एक आरपीएफ ठाणे कि नीलामी २५-२५ लाख रुपये में करते थे। इससे तमाम आरपीएफ स्टाफ परेशान था। सिंहदेव पर सीबीआई का छापा और उनके यहाँ से बरामद अकूत संपत्ति से एक बार फ़िर यह बात साबित हो गई है कि आरपीएफ में कितने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार अपनी जड़ें जमा चुका है। लगभग ६० हज़ार सामान्य आरपीएफ स्टाफ का मानना है कि आरपीएफ के सभी आईजी/सीएससी की भी आय से अधिक संपत्ति की जांच होनी चाहिए।

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