Sunday 11 October, 2009

सीनियर डीओएम/मुरादाबाद प्रफुल्ल गुप्ता का 'पोर्न' फ़ोन बिल २५ हज़ार ७८७ रूपया

गुप्ता के कहने पर डीएम/हरदोई वलकार
सिंह ने शिकायती व्यापारियों को धमकाया


गुप्ता के खिलाफ शिकायतें वापस लेने पर
वलकार सिंह ने व्यापारियों को जिले में
रहना हराम कर देने की धमकी दी


अब चोरों के कहने पर सिविल
एडमिनिस्ट्रेशन भी देने लगा
है रेलवे के कामकाज में दखल


गोरखपुर : एक तरफ़ सीनियर डीओएम/मुरादाबाद प्रफुल्ल गुप्ता का 'पोर्न' फ़ोन बिल २५ हज़ार ७८७ रूपया आता है तो दूसरी तरफ़ वह सीनियर डीसीएम् मनोज शर्मा को हटवा कर पहले स्वयं यह कहकर व्यापारियों को धमकाया कि 'तुम्हारे सबसे बड़े खैर-ख्वाह सीनियर डीसीएम् को हटवा दिया है अब मैं जो कहूँगा वो तुम्हे करना पड़ेगा', इसके बाद उन्होंने अपने बैचमेट डीएम/हरदोई वलकार सिंह से कहा कि वह उन व्यापारियों को बुलाएं और उन्हें उनके खिलाफ की गयी शिकायतें वापस लेने को कहें. डीएम वलकार सिंह ने सम्बंधित व्यापारियों को अपने दफ्तर में बुलाकर उनसे कहा कि वे प्रफुल्ल गुप्ता के खिलाफ की गयी अपनी शिकायतें फ़ौरन वापस ले लें वर्ना वह उनका जिले में रहना मुश्किल कर देंगे. यह घटना गुरुवार अक्तूबर की है. सम्बंधित व्यापारियों ने 'रेलवे समाचार' से इस घटना की पुष्टि की है. व्यापारियों का कहना है कि वे सब बुरी तरह से डरे हुए हैं, क्योंकि अब तो उनकी कोई सुनने वाला है और ही अब उन्हें सीनियर डीओएम के चंगुल से कोई बचाने वाला है, अब उनके सामने अपनी लोडिंग बंद करने के सिवा कोई चारा नहीं दिखाई दे रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सीनियर डीओएम, मुरादाबाद प्रफुल्ल गुप्ता के कार्यालय के टेलीफोन नंबर २४१३५५४ का पिछले महीने का बिल २५,७८७ रूपया आया है. बताते हैं कि इसमें से १४,७९१ रूपया तो सिर्फ उनके इन्टरनेट इस्तेमाल का बिल है. सूत्रों का कहना है कि गुप्ता जी अपने कार्यालय में बैठकर पोर्न (अश्लील) वेब साइटें खूब देखते हैं क्योंकि भरपूर अवैध कमाई होने से उनके पास बहुत खाली समय होता है और इसका इस्तेमाल वे पोर्न वेब साइटें देखने और चोरबाजारी करने में करते हैं. सूत्रों का कहना है कि गुप्ता के पास खूब खाली समय होने का कारण उनका एक विश्वासपात्र टीआई 'सक्सेना' का उनके पास होना है. सूत्रों ने बताया कि ये सक्सेना ही गुप्ता कि सारी अवैध कमाई की वसूली करता है. इसी ने पूर्व सीनियर डीओएम् राहुल अग्रवाल को भी अवैध कमाई के सारे रास्ते बताये थे. बताते हैं कि अग्रवाल ने जहाँ रुपये की वसूली की थी वहां गुप्ता ने उसे बढाकर २०० रुपये कर दिया है. ज्ञातव्य है कि अपने डिवीजन/सेक्शन में सीनियर डीओएम/मुरादाबाद प्रफुल्ल गुप्ता द्वारा माल गाड़ियों को अनावश्यक तौर पर रोक कर उनसे एक निर्धारित रकम की अवैध वसूली की जाती है, इसी उत्पीडन और अवैध वसूली की शिकायत यहाँ के कई व्यापारियों ने की थी जिसके लिए पहले गुप्ता ने और बाद में उनके कहने पर डीएम/हरदोई वलकार सिंह ने इन व्यापारियों को उनका जीना हराम कर देनेकी धमकी दी है. पता चला है कि सीओएम वी. के. राय ने इस सम्पूर्ण मामले की जांच के आदेश दिए हैं. परन्तु अधिकारियों का कहना है कि सीनियर डीसीएम को निर्धारित टेनोर (समय) से पहले हटा देने से कैडरकी जो बदनामी होनी थी वह तो हो चुकी है और अब गुप्ता जैसे महाभ्रष्टों के खिलाफ उनका साथ देने वाले सीऍफ़टीएम् से जांच कराकर क्या हासिल होने वाला है जो कि खुद गुप्ता के साथ आउट ऑफ़ टर्न रेक अलाटमेंट में शामिल हैं? बहरहाल तमाम व्यापारियों की लिखित शिकायतें 'रेलवे समाचार' को मिल गयी हैं इन्हें शीघ्र ही सीवीसी को फारवर्ड करने के साथ ही अगले अंकों में क्रमशः प्रकाशित किया जायेगा, तब शायद रेल प्रशासन और कान के कच्चे जीएम 'असहाय' विवेक सहाय तथा सीओएम को यह समझ में आएगा कि वास्तव में कौन 'बेईमान' है और उनकी नाक के नीचे असल में क्या हो रहा है?
प्रस्तुति : सुरेश त्रिपाठी

No comments: