Sunday 4 October, 2009

दूरंतो से दूर रहो दुष्टों-कोई रियायत नहीं मिलेगी

कोलकाता/दिल्ली : रेलमंत्री ममता बनर्जी ने सप्ताह में दो बार चलने वाली 2262 हावड़ा-मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस का दशहरा के दिन सोमवार को उदघाटन किया बिना ठहराव वाली यह ट्रेन हावड़ा से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुम्बईपहुंचने में करीब 26 घंटे का समय लेगी। इन दोनों स्थानों के बीच की दूरी 1860 किलोमीटर है।

चार महानगरों- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को बिना ठहराव वाली वातानुकूलित ट्रेन से जोडऩे के रेल बजट के वादे को पूरा करते हुए रेल मंत्री ममता बनर्जी ने 18 सितंबर को सियालदह और दिल्ली के बीच चलने वालीपहली दूरंतो एक्सप्रेस को रवाना किया था। ध्यान देनेवाली बात यह है कि अगर यात्री नॉन स्टॉप दूरंतो ट्रेन में सफर का लुत्फ उठाना चाहते हैं, तोअपनी यात्रा को पहले से प्लान करें।

इस ट्रेन में न तो तत्काल कोट है और न ही अन्य कोई व्यवस्थापन यानी न तो इस ट्रेन में मरीजों के लिए कोई राहत है, न ही छात्रों, कलाकारों और विकलांगों को रेलवे के एक उच्च अधिकारी ने कहा कि सीनियर सिटीजन को बेनेफिट के अलावा राहत का कोई भी प्रावधान इसट्रेन में लागू नहीं होगा। तत्काल योजना के टिकट न होने से खासकर व्यापारी समुदाय को काफी दिक्कतें होंगी क्योंकि इस योजना का लाभ यहीवर्ग उठाता रहा है। एक रेलवे अधिकारी के अनुसार दूरंतों ट्रेन में राजधानी ट्रेनों की तरह खाने-पीने और ओढऩे-बिछाने का इंतजाम तो है, लेकिन किराया उनके मुकाबले कम है इसलिए दूरंतों में अन्य कोई रियायत देने कीजरूरत नहीं है।

रेलमंत्री ममता बनर्जी ने 2009-10 के बजट में 12 दूरंतों ट्रेनों की घोषणा की थी जिनमें से चार को शुरू कर दिया गया है। ममता का कहना है कि आगामी दो महीनों में ऐसी सभी ट्रेनों को पटरी, पर उतार दिया जाएगा। रेलवे की यह दोनों दूरंतो ट्रेनें हजरत निजामुद्दीन-पुणे और हावड़ा-मुंबई चलाने के लिए चुनाव आयोग से ग्रीन सिग्नल मिल गया था।

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