Wednesday 20 May, 2009

मध्य रेल की क्षेत्रीय राजभाषा
कार्यान्वयन समिति की बैठक

मुंबई : मध्य रेल के महाप्रबंधक बी. बी. मोदगिल की अध्यक्षता में क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 124 वीं बैठक पिछले दिनों संपन्न हुई. श्री मोदगिल ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में सभी अधिकारियों द्वारा अपने निरीक्षणों के दौरान हिंदी में किए जा रहे कार्यों का जायजा लेने और निरीक्षण रिपोर्र्टों में हिंदी में टिप्पणी दर्ज करने तथा कार्यवृत्त द्विभाषी जारी करने पर बल दिया. श्री मोदगिल ने अपने संबोधन में सभी सदस्यों से आग्रह किया कि सूचना प्रौद्योगिकी के इस दौर मेें यह जरूरी है कि सभी अधिकारी तथा कर्मचारी कंप्यूटर पर अधिक से अधिक कार्य हिंदी में करें. बैठक में विशेष रूप से आमंत्रित रेलवे हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य श्री कामेश्वर यादव ने अपने संबोधन में मध्य रेल पर किए जा रहे हिंदी कार्य की प्रशंसा की. श्री यादव ने कहा कि प्रेम, प्रोत्साहन और सहयोग के आधार पर ही हिंदी को स्थापित किया जा सकता है. गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के प्रतिनिधि के रूप में आमंत्रित श्री एम. एल. गुप्ता, उपनिदेशक (कार्यान्वयन) ने अपने संबोधन में कहा कि राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र में केंद्र सरकार के अन्य कार्यालयों के मुकाबले में मध्य रेल का सबसे महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है.
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मेगा ब्लॉक का कैलेंडर
मुंबई : अपने यात्रियों की यात्रा को सुविधायुक्त बनाने के लिए तत्पर मध्य रेलवे ने एक और पहल की है. अब मध्य रेल अपने रूट पर होने वाले मेगा ब्लॉक का मासिक कैलेंडर जारी करेगी. इस कैलेंडर में महीने भर में कौन से रूट पर कहां और कितने समय के लिए मेगा ब्लॉक होगा, इसका विस्तारपूर्वक उल्लेख किया जाएगा. यह कैलेंडर स्टेशनों पर चस्पा कर दिए जाएंगे. यही नहीं, इसकी सूचना रेलवे के सेंट्रल एनाउंसमेंट सिस्टम के जरिए भी दी जाएगी. इसके अलावा नई लोकल ट्रेनों में, जिनमें कोच के अंदर इंडीकेटर होते हैं, उसमें भी मेगा ब्लॉक के संदेश दिखाए जाएंगे. मध्य रेल के मुख्य प्रवक्ता श्रीनिवास मुडगेरिकर के अनुसार इससे यात्रियों को अपनी यात्रा एडजस्ट करने के साथ ही रेलवे को भी अपने संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल में मदद मिलेगी.
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असुरक्षित भिवंडी स्टेशन
भिवंडी : इन दिनों भिवंडी रोड रेलवे स्टेशन के आसपास लूटपाट की घटनाएं बढ़ गयी हैं जिसके कारण भिवंडी के रेल यात्रियों में जहां भय का वातावरण व्याप्त है, वहीं आरपीएफ की लापरवाही को लेकर भारी रोष है. हालांकि स्टेशन परिसर में एक यात्री पर जानलेवा हमला कर लूटपाट करने वाले तीन लोगों को नारपोली पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
शांतिनगर इलाके के शाहिद अंसारी पांच बजे सुबह की ट्रेन से सूरत जाने के लिए घर ने निकलकर भिवंडी रोड रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे ही थे कि वहां पर तीन लुटेरों ने उनके ऊपर जानलेवा हमला करके साढ़े बाइस हजार रुपए नकद सहित अन्य सामान लूट लिया और फरार हो गए. शाहिद ने इस लूटपाट की शिकायत नारपोली पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने कमलाकर भीमराव राठ़ौड उर्फ कमल्या(24) कैलाशनगर, सनी देवदास राठ़ौड (19) साठेनगर एवं सुरेंद्र उर्फ डंप्पर कन्हैयालाल सोनकर (21) शिवाजी नगर को गिरफ्तार कर लिया. जिन्होंने ईंट से सिर पर वार करके उन्हें घायल कर दिया था और चाकू की नोंक पर लूट लिया था.
यहां के रेल यात्रियों का कहना है कि आरपीएफ के जवान रेल यात्रियों की सुरक्षा पर कम ध्यान देते हैं. जिसके कारण इस प्रकार की घटनाए बढ़ रही है. बताया जाता है कि यहां के आरपीएफ के उपनिरीक्षक का तबादला हो गया है और नए उपनिरीक्षक की लापरवाही का फायदा चोर उचक्के उठा रहे हैं. लूटपाट के डर से यहां के यात्री भिवंडी स्टेशन के बजाय कल्याण और बोरीवली से यात्रा करने में अपने आपको सुरक्षित महसूस करते हैं.
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मध्य रेल की नायाब और कामयाब शार्ट मैसेज सर्विस
मुंबई : भारत में रेल स्थापना की सालगिराह को व्यावहारिकता की दृष्टि से उपयोगी बनाने के लिए मध्य रेल ने एक ऐसी अनूठी सेवा शुरू की, जो पूरे रेलवे में सर्वप्रथम मानी जा रही है. अब मध्य रेल का कोई भी यात्री अगर उसे किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत या शिकायत हो तो अपनी इस शिकायत को तुरंत मध्य रेल के उच्च अधिकारीयों तक पहुंचा सकता है. उसे अपने मोबाइल मेंं अपनी शिकायत या सुझाव टाइप कर 9004411111 नंबर पर एसएमएस करना होगा मध्य रेल का अपने यात्रियों से संवाद स्थापित करने का यह अनूठा प्रयास पहले 6 महीनों के लिए ट्रायल के आधार पर चलाया जा रहा है. यह पहल मध्य रेल के जीएम बी. बी. मोदगिल की सकारात्मक सोच का नतीजा है.
मध्य रेल के मुख्य प्रवक्ता श्रीनिवास मुडगेरिकर ने बताया कि इस पर हम पिछले कुछ महीनों से गंभीरतापूर्वक काम कर रहे थे. उन्होंने बताया कि यात्रियों की समस्याओं या उनकी वाजिब मांगों पर खुद जनरल मैनेजर गौर करेंगे और उसका फॉलो-अप करेंगे.
इस एसएमएस सिस्टम से यात्रियों की शॉर्ट-टर्म मांगं (जैसे हॉकरों को हटाना), मीडियम टर्म मांग (जैसे स्टेशन की साफ-सफाई आदि) या लांग टर्म मांगों (जैसे कि फुटओवर ब्रिज बनाने) पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाएगा और व्यावहारिकता की कसौटी पर उसे पूरा करने का हर संभव प्रयत्न किया जाएगा. हालांकि उन्होंने कहा कि चूंकि रोज हजारों की तादाद में मिलने वाले एसएमएस का व्यक्तिगत रूप से जवाब दे पाना संभव नहीं होगा, मगर उचित शिकायतों पर खास ध्यान जरूर दिया जायेगा.
इस पहल का स्वागत करते हुए डीआरयूसीसी मेंबर श्री मधु कोटियन और शंकर केजरीवाल ने बताया कि इस सिस्टम से जहां रेल कर्मियों और अधिकारियों में जिम्मेदारी का एहसास होगा, वहीं पर ट्रांसपेरेंसी भी आएगी. उन्होंने जनरल मैनेजर श्री मोदगिल को इस नेक काम के लिए बधाई भी दी है.
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जीआरपी के ड्राप बॉक्स को ठंडा प्रतिसाद
मुंबई : जीआरपी के सुझाव और शिकायत बॉक्सों को लोकल यात्रियों का प्रतिसाद बहुत ही ठंडा रहा है. यात्रियों की परेशानियों और सुझावों को जानने के लिए जी आर पी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) ने उपनगरिय स्टेशनों पर सुझाव और शिकायत बॉक्स लगाए हैं मगर उसका कोई खास उपयोग नहीं हो पा रहा है. फिर भी पुलिस अधिकारीयों को आशा है कि आगे चलकर इसे अच्छा जन समर्थन मिलेगा. जी आर पी ने प्राइवेट फर्म मिंक के सहयोग से पश्चिम और मध्य रेलवे के 55 उपनगरिय स्टेशनों पर ड्रॉप बॉक्स लगाए है.
जीआरपी कमिशनर (मुंबई) अशोक वर्मा ने कहा कि ड्रॉप बॉक्स मात्र 10-15 दिन पहले ही लगाए हैं इसलिए अभी तक लोगों को इसका ठीक से पता नहीं चल पाया है. आगे चलकर जनता जरूर इसका लाभ उठाएंगे. श्री शर्मा ने बताया कि अब हमें मात्र 15-20 पत्र ही मिले हैं. इनमें भी कोई ढंग की शिकायत या सुझाव नहीं है. उन्होंने बताया कि शिकायतेे गंभीर नहीं थीं और इस तरह की थीं कि उनके विषय में पता लगाना संभव नहीं. श्री शर्मा ने बताया कि उस योजना का उद्देश्य पुलिस कार्रवाई आदि की शिकायतों को लेकर जनता को पुलिस के साथ आने का मौका देना है. जीआरपी के काम के तरीकों को लेकर विशेष रूप से शिकायतें और सुझाव आमंत्रि किए गए थे. उन्होंने बताया कि पता नहीं क्यों लोगोंने टेलीफोन हेल्पलाइन का आशा से अधिक उपयोग किया है. शायद आज पत्र लिखना लोगों को अच्छा नहीं लगता. इसी कारण एक सप्ताह के भी जी आर पी को शिकायत और सुझाव के करीब 300 फोन किए गये. शायद फोन करना लोगों को आसान लगता है. मगर श्री शर्मा को पूरा विश्वास है कि धीरे पत्र भी मिलने लगेंगे.
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पटरी पार करने वालों के खिलाफ पश्चिम रेल का अभियान
मुंबई : यात्रियों द्वारा पटरी पार कर अपनी जान गंवाने की खतरनाक प्रवृत्ति पर पश्चिम रेल ने एक बार फिर से संजीदा रुख अपनाया है. अब यह शहर के सभी बुकिंग विंडो के पास लगे एल सीडी स्क्रीन पर पटरी न पार करने के लिए सामाजिक संदेश देगी और साथ ही इसी स्क्रीन पर 30 सेकंड का तैयार किाय विज्ञापन भी देगी.
इसमें पटरी पार करने का हश्र क्या होता है, इससे लोगों को रूबरू कराया जाएगा. गौरतलब है कि पश्चिम रेल के 89 बुकिंग स्टेशनों पर एलसीडी स्क्रीन लगाया हैं और बाकी जगहों पर दूसरे 100 डिस्प्ले सिस्टम हैं, जहां इस विज्ञापन को दिखाया जाएगा.
ज्ञातव्य है कि इससे पहले 28 जनवरी से 28 फरवरी तक पश्चिम रेल ने आरपीएफ के सहयोग से पटरी पाल करने वालों के खिलाफ एक अभियान चलाया था जिसमें 2,450 लोगों को पटरी पार करते हुए पकड़ा गया था. इनसे 7, 16, 100 रुपए जुर्माना वसूल किया गया था जिसमें 82 लोगों को एक से 10 दिनों तक जेल भी भेजा गया था.
पश्चिम रेल के मुख्य प्रवक्ता एस. एस. गुप्ता ने बताया कि हमें अपने यात्रियों की चिंता है, इसलिए हम उनसे हर हाल में पटरी पार करने जैसा कानूनी और सामाजिक जुर्म न करने की हिदायत देते आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि यात्रियों की पटरी पार करने की प्रवृत्ति को रोकने के लिए हमने कई और उपाय किए हैं, ताकि उन पर लगाम लगाया जा सके. जैसे कि हमने महत्त्वपूर्ण स्टेशनोंपर 13 किलोमीटर का बाउंड्री वाल लगाने का फैसला किया है तो इसके साथ ही इन्हीं स्टेशनों पर ट्रैकों के बीच ट्रैक डिवाइडर भी लगाने जा रहे हैं.
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फास्ट लोकल चलाने की मांग
हाल ही में लांच की गई एसएमएस सेवा को यात्रियों का भरपूर प्रतिसाद मिल रहा है और उनकी शिकायतों और सुझावों पर अमल करने के लिए हमारी मशीनरी सक्रिय कर दी गई है. उन्होंने कहा कि ज्यादा सुझाव हमें लंबी अवधि के क्रियान्वयन के लिए मिले हैं. मसलन सेमी-फास्ट, फास्ट और डबल फास्ट ट्रेनें चलाने की मांग कई यात्रियों ने की है. इसके अलावा नई ट्रेनों के फस्र्ट क्लास की सीटों के बारे में भी कई यात्रियों ने शिकायतें भेजी हैं, जिसे दूर करने का उपाय जीएम लेवल पर किया जा रहा है.

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