दुखद समाचार
समाजसेवी देवीशंकर दीक्षित का निधन
मुंबई : हर किसी के साथ उसके दुःख-सुख में हमेशा खड़े रहने वाले श्री देवीशंकर दीक्षित का दुखद निधन बुधवार, २८ अक्तूबर २००९ को हो गया. वह ५९ वर्ष के थे. वे अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. टिटवाला निवासी स्वर्गीय दीक्षित का जन्म २५ जुलाई १९५० को ग्राम बरारा बुजुर्ग, जिला रायबरेली, उ. प्र. में हुआ था. वरिष्ठ समाजसेवी स्व. दीक्षित कान्य कुब्ज मंडल, मुंबई के अध्यक्ष और कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्त्ता होने के साथ ही विभाग प्रमुख, उपाध्यक्ष भी रहे. उन्हें वर्ष २००२ में भारती प्रसार परिषद् द्वारा 'विशिष्ट समाजसेवी सम्मान' प्रदान किया गया था.
स्व. दीक्षित का अंतिम संस्कार टिटवाला में सम्पन्न हुआ. बाद में उनके बाकी अंतिम कार्यक्रम नासिक में सम्पन्न हुए. उनकी तेरहवीं सोमवार, ०९ अक्तूबर को टिटवाला में सम्पन्न हो रही है. इस अवसर पर स्व. दीक्षित के परिजनों ने सभी ब्रह्मण समाज और उनके नजदीकी लोगों को आमंत्रित किया है.
समाजसेवी देवीशंकर दीक्षित का निधन
मुंबई : हर किसी के साथ उसके दुःख-सुख में हमेशा खड़े रहने वाले श्री देवीशंकर दीक्षित का दुखद निधन बुधवार, २८ अक्तूबर २००९ को हो गया. वह ५९ वर्ष के थे. वे अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. टिटवाला निवासी स्वर्गीय दीक्षित का जन्म २५ जुलाई १९५० को ग्राम बरारा बुजुर्ग, जिला रायबरेली, उ. प्र. में हुआ था. वरिष्ठ समाजसेवी स्व. दीक्षित कान्य कुब्ज मंडल, मुंबई के अध्यक्ष और कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्त्ता होने के साथ ही विभाग प्रमुख, उपाध्यक्ष भी रहे. उन्हें वर्ष २००२ में भारती प्रसार परिषद् द्वारा 'विशिष्ट समाजसेवी सम्मान' प्रदान किया गया था.
स्व. दीक्षित का अंतिम संस्कार टिटवाला में सम्पन्न हुआ. बाद में उनके बाकी अंतिम कार्यक्रम नासिक में सम्पन्न हुए. उनकी तेरहवीं सोमवार, ०९ अक्तूबर को टिटवाला में सम्पन्न हो रही है. इस अवसर पर स्व. दीक्षित के परिजनों ने सभी ब्रह्मण समाज और उनके नजदीकी लोगों को आमंत्रित किया है.
2 comments:
Swargeeya Shri Devishankar Dixit ke asaamayik evam aakasmik nidhan se mumbai hi nahi, aas-paas aur door-daraaz ke unke jaannewalon ke dilon me ek khaalipan aa gayaa hai.Unke jaisa deshaatan shaayad hi kisi ne kiya ho.Bahut dinon tak unki kami mehsoos ki jaati rahegi.Aapke saargarbhit samachaar ne unke sampoorna evam safal jeevan par ek vihangam drishti daali hai.aneko saadhuvaad!!
Thanks Manoj, I've done nothing, that credit is also goes to you who have provide me all that information. Swargiya Dixit ji was a great personality and as you said his 'kami' bahut dino tak bahut se logon ko khalegi' that is also very true.
Swargiya Dixit ki Aatma ko Ishwar chir-shaanti pradaan kare, ab Ishwar se him sabki yahi kaamana hai.
Regards
Tripathi
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