Tuesday 10 November, 2009

'चालाकी, चापलूसी एंड चमचागीरी कॉलेज ऑफ़
एडमिनिस्ट्रेशन' के महाप्राचार्य श्री विवेक सहाय ने


रेलमंत्री का आदेश ताक पर रखकर
की उन्हें मूर्ख बनाने की कोशिश

भ्रष्टाचार्य कैलाश यादव उर्फ़ के पी यादव को
रेलवे ट्रेनिंग स्कूल चंदौसी का प्राचार्य बनाया


नई दिल्ली : पूर्व रेलमंत्री लालू यादव के खासमखास और उनके एपीएस रहे कैलाश यादव उर्फ़ के पी यादव को रेलमंत्री ममता बनर्जी ने रेलवे बोर्ड विजिलेंस से हटा कर श्रीनगर में पदस्थ करने का आदेश दिया था। रेलमंत्री की आंखों में धूल झोंकने के लिए उ. रे. के महाप्रबंधक विवेक सहाय ने यादव को कुछ दिनों के लिए श्रीनगर में पदस्थ भी रखा था परन्तु अब उन्होंने उन्हें रेलवे ट्रेनिंग स्कूल, चंदौसी का प्राचार्य बनाकर फ़िर दिल्ली के पास ले आए हैं। इस प्रकार अब यादव जी को अपना दिल्ली का मकान बनाये रखकर चंदौसी में प्राचार्य के बंगले का भी सुख प्राप्त हो गया है।

'चालाकी, चापलूसी एंड चमचागीरी कॉलेज ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन' के महाप्राचार्य श्री विवेक सहाय ने के पी यादव जैसे भ्रश्ताचार्यों को अपने कॉलेज में ईमानदारी की आड़ में भ्रष्टाचार का भरपूर प्रशिक्षण देकर प्राचार्य बनाया है। इसका उदाहरण मुरादाबाद में ही सीनियर डीओएम् के रूप में प्रफुल्ल गुप्ता मौजूद हैं जो अपनी इनकम टैक्स विभाग में कार्यरत बीवी के साथ मिलकर भ्रष्टाचार के कारनामों के लिए यहाँ 'बंटी और बबली' के नाम से सुविख्यात हैं। फ़िर भी 'महाप्राचार्य महोदय' को वह सबसे प्रिय हैं इसीलिए तो उन्होंने गुप्ता जी को गले लगा रखा है।

भ्रष्टाचार्य श्री श्री कैलाश यादव जी को प्राचार्य बनाये जाने के आदेश महाप्राचार्य महोदय ने पिछले हफ्ते ही निकाल दिए थे। हालांकि महाप्राचार्य महोदय तो भ्रष्टाचार्य जी को पहले ही बडोदा हाउस में रखना चाहते थे परन्तु तब रेलमंत्री का दिमाग बहुत गरम था जिसे देखते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार्य जी को कुछ दिनों तक माहौल को ठंडा होने देने यानी रेलमंत्री जी का ध्यान उनकी तरफ़ से हट जाने तक श्रीनगर में रहकर अपनी आबोहवा बदलने की सलाह दी थी अब जब रेलमंत्री जी का ध्यान वास्तव में पश्चिम बंगाल की राजनीति और हाल में हुए चुनावों में लग गया तो महाप्राचार्य महोदय ने चालाकी दिखाते हुए भ्रष्टाचार्य जी को कम से कम दिल्ली के नजदीक ले कर 'भ्रष्टाचार्य' से चंदौली रेलवे ट्रेनिंग स्कूल का 'प्राचार्य' बना दिया है।

अब देखना यह है कि जिन कैलाश यादव को रेलमंत्री ने स्वयं दिल्ली से दूर श्रीनगर में पदस्थ करने के लिए व्यक्तिगत तौर पर कहा था, उनके इस आदेश का पालन करने वाले 'चालाकी, चापलूसी एंड चमचागीरी कॉलेज ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन' के महाप्राचार्य श्री विवेक सहाय के ख़िलाफ़ वह क्या कदम उठाती हैं?

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