Saturday, 18 October 2008

पूर्व पदाधिकरिगन....जीतेन्द्र सिंह... इंटरव्यू continue...3

< कृपया अपने कार्यकाल की उपलब्धियों के बारे में बताएं ?
> मैं इन्हें अपनी उपलब्धियों के बजाय अपने ग्रुप के लोगों के अधिकार के रूप में लेता हूँ। अब तक हमारे फेडरेशन की सबसे बड़ी उपलब्धि वर्ष २००२ में जेटीएस की ७२० कैडर पोस्टों में जो मात्र १८० पोस्टें थीं उन्हें बढाकर ४११ पोस्टें हासिल कर ली हैं। यह कुल कैडर १६४७ का २५% है। इसे जल्दी ही ५०% (८२४ पोस्ट) कर लिया जाएगा। सिर्फ़ इसी एक मुद्दे पर शीघ्र ही सभी फेडरेशनों के साथ बोर्ड की मीटिंग होने वाली है।
यहाँ ये भी जान लेना जरुरी है की यह २५% कैडर पिछले २० वर्षों से मौजूद था, मगर इसे हासिल करने में कोताही बरती गई है। इससे यह पता चलता है की पिछले २० वर्षों में ग्रुप 'बी' का कितना भयंकर नुक्सान हो चुका है?
इसी सम्बन्ध में यह भी जान लेना चाहिए की ग्रुप 'बी' की डीपीसी में जो २ से ढाई साल का विलंब होता था, वह अब सामान्य स्तरपर आ रहा है। अब आशा है की सभी विभागों की डीपीसी वर्ष २००८-०९ के लिए मार्च २००९ के पहले हो जायेगी। यह सर्वथा पहली बार होगा जब उसी वर्ष की डीपीसी उसी वर्ष में हो जायेगी और वर्ष २००९-१० एवं २०१०-११ के लिए पूरी उम्मीद है की यह भी दिनांक ०१.०४.२०१० को उपलब्ध हो जायेगी।
इसके अलावा स्टोर और मेकेनिकल विभाग की वर्ष २००९ की डीपीसी मार्च २००९ में उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही ८०% ( ८०००-१३५०० ) अपग्रेडेशन का इम्प्लीमेंटेशन, जो अब तक १ जनवरी और १ जुलाई को होता था, अडवांस डीपीसी कराकर अब हर महीने कर दिया गया है।
इसके अतिरिक्त सेवानिवृत्त अधकारियों से खाली होने वाले पदों पर ekstended painal का praavadhaan करके ऐसे kareeb ६०० adhikariyon को ८०००-१३५०० का grade मिलने लगा है।
एक बड़ी uplabdhi fedareshan ने और haasil की है की नई zonal railon के बनने के बाद wahan जो seeniyarty की samasya पैदा हुई थी, जिससे adhikaansh group 'bi' adhikariyon का nuksaan हो रहा था, fedareshan ने इस maamale में लगभग ८०० group 'b' adhikariyon की seniority sunishchit karayi है। यही नहीं, लगभग ६०० लोगों, जो की september 2002 की nirdhaarit tithi के बाद request transfer पर नई railon में गए थे, उनके seniority rule में मूलभूत parivartan कराकर उन्हें भी इसका labh dilaaya गया है।
यह parivartan होने से request transfer पर नई railon में जाने वाले adhikari अब अपने सेवा काल का वह hissaa bacha पाने में safal हुए हैं जहाँ ज्वाइन करने पर उन्हें bottam seniority मिलती थी और उनकी सर्विस jeero count होती थी। परन्तु अब उन्हें sambandhit rail में junior most के बराबर seniority मिलेगी। fedareshan की पहल पर ये praavadhaan हो जाने का labh अब group 'क' को भी मिलेगा क्योंकि दोनों labour fedareshanon ने भी board से यह kara लिया है, जो की pichhale ४० varshon से इसे नहीं kara पाये थे। इस praavadhaan से group 'b' के ६०० से ज्यादा adhikariyon को labh मिला है।
इसके बाद जो बड़ी uplabdhi haasil हुई वह है stegnation ratio का badhaaya जाना, अब तक अखिल bhartiya स्तर पर zonal railon के पदों पर stegnation पर कोई dhyaan नहीं दिया जाता था, और जब wahaan ४ से ६ साल का antaraal होने लगा to ९० के dashak में इस को ५०% zonal railon के पदों के anupaat में तथा ५०% stegnation पर दिया गया था। लेकिन नई railon, जहाँ रेवेनुए पोस्टें न के बराबर हैं, के srujan के बाद फ़िर से seniority में ३ से ४ वर्ष का अन्तर padne लगा, अतः fedareshan ने may २००५ की अपनी AGM में सर्व sammati से यह aitihaasik निर्णय लिया की group 'ऐ' में induction १००% stegnation के आधार पर ही होना chaahiye।
इस विषय में board को सूचित किया गया की induction में samataa लाने के लिए किसी एक वर्ष के stegnation को maapdand banakar poston का aanupaatik vitaran किया जाए। board द्वारा अब यह व्यवस्था की गई है और यह होने से अब सिर्फ़ कुछ महीनों से ज्यादा कोई adhikari junior टाइम scale में नहीं रहेगा। यह vishamata khatm होने से adhikaansh group 'b' adhikariyon को pramoshan में labh मिला है। सभी zonal railon ने इस पर paryaapt संतोष व्यक्त किया है।
मैं यहाँ यह भी कहना chaahunga की इस व्यवस्था से किसी zone में एक या दो adhikariyon को व्यक्तिगत nuksaan भी जरूर हुआ होगा, इसके लिए सिर्फ़ इतना ही कहा का सकता है की कोई भी niyam किसी व्यक्ति विशेष के nafa-nuksaan को dhyaan में रखकर नहीं बनाया जाता।
< परन्तु कुछ लोग तो यह कह रहे हैं की आपने अपनी खातिर ही विशेष praavadhaan विशेष रूप से karwaya। इस तरह का aarop भी आपके ऊपर लगाया गया है? यह कहाँ तक सही है?
> हमें भी यह सुनाने में आया था और आप सही कह रहे हैं ऐसा aarop भी हम पर लगाया gaya था, परन्तु मैं यहाँ bataa देना चाहता हूँ की मैं bottam में नहीं था, मेरे बाद भी दो लोग और हैं जिनको इसका labh मिला है, यदि मैं सही में bottam में होता शायद इसका sanket यही जाता। tab to सही में 'bhaayi लोग' सारा aasamaan sir पर उठा लिए होते। यह हमको भी पता है, eshwar जो करता है theek ही करता है।
interview continue....

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