Thursday 18 February, 2010

ममता ने पू.रे. मुख्यालय का दौरा किया

कोलकाता : 'रेलवे समाचार' के पिछले अंक में 'बिहारवाद के बाद अब बंगालवाद' शीर्षक से छपी 'दहशत में हैं पूर्व एवं दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारी' खबर पर बौखलाई रेलमंत्री ममता बनर्जी पिछले हफ्ते बिना किसी सूचना के पू.रे. मुख्यालय, फेयरली प्लेस पहुंच गईं. बताते हैं कि कर्मचारियों की दहशत कम करने के लिए उन्होंने उनसे पूछा कि उन्हें कोई तकलीफ या परेशानी तो नहीं है, जबकि मुख्यालय में इधर-उधर फैली गंदगी पर उन्होंने नाराजगी जताई और कई शौचालयों का भी निरीक्षण किया. मगर सूत्रों का कहना है कि ममता के ऐसे टोटकों से उनके सबसे बड़े चापलूस बन गए महाभ्रष्ट ईडीपीजी जे. के. साहा की दहशत कम नहीं हुई है. वह अब भी यहां कर्मचारियों-अधिकारियों पर रौब जमाकर उनसे नियम विरुद्ध कार्य करवाने और पैसा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि जे. के. साहा भी पूर्व रेलमंत्री के ओएसडी सुधीर कुमार की राह पर चल पड़े हैं, जोकि पूर्व
रेलमंत्री के नाम पर रेल अधिकारियों और लोडिंग कंपनियों, बड़े पैंट्री एवं इंजी. कांट्रैक्टरों, सप्लायरों से करोड़ों की अवैध कमाई करके और अपने मंत्री को भी करवाकर रेलवे से गए हैं. जबकि श्री साहा को तो रेलवे में पहले से ही महाभ्रष्ट के रूप में जाना जाता है, जो 500-1000 की भी वसूली करने लिलुआ वर्कशॉप में सुबह-सुबह ही पहुंच जाता था. मंत्री के साथ रहकर अब तो उसकी पौ-बारह है.

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