Tuesday 16 September, 2008

परेल रेलवे ग्राउंड में अवैध कब्जों को आरपीऍफ़ का संरक्षण

मुंबई : सेंट्रल रेलवे मेकेनिकल वर्कशॉप, परेल के रेलवे ग्राउंड में आरपीऍफ़ द्वारा अवैध कब्जों को संरक्षण दिया जा रहा है और रेल प्रशासन इसकी लगातार अनदेखी कर रहा है। परेल ग्राउंड पर बने अवैध स्वामी समर्थ मन्दिर और श्री स्वामी समर्थ सेवा मंडल एवं अन्य अवैध कब्जों को अवैध रूप से पानी बिजली की सप्लाई से रेलवे को सालाना लाखों रुपये का नुक्सान हो रहा है। इन अवैध कब्जों और मन्दिर में महीने के लाखों रुपये के चढावे से यहाँ के आरपीऍफ़ इंसपेक्टर को लाखों रुपये का हफ्ता मिलता है, इस बात की लिखित रूप से एक शिकायत वर्कशॉप के एक टेक्नीशियन जोसेफ अलेक्स थॉमस ने 'रेलवे समाचार' को भेजे गए एक पत्र में की है। श्री थॉमस ने लिखा है की यहाँ इन अवैध कब्जों से कुछ बाहरी असामाजिक तत्त्व अब तक करोड़पति बन गए हैं। उन्होंने लिखा है की कई बार इन अवैध कब्जों के बारे में कई स्थानीय दैनिक अखबारों में ख़बर छपने और यहाँ की सीनियर दीएम्ओ द्वारा लिखे जाने के बाद अपनी जांच रिपोर्ट में यहाँ के आरपीऍफ़ इंसपेक्टर ने लिख दिया की यहाँ कोई अवैध मन्दिर अथवा अवैध कब्जे नहीं हैं, श्री थॉमस ने इस जांच रिपोर्ट की जांच कराये जाने की मांग की है। उन्होंने लिखा है की वर्कशॉप के कमरों में भी इन असामाजिक तत्त्वों का कब्जा है। उन्होंने परेल ग्राउंड और इंस्टिट्यूट आदि को किराए पर दिए जाने के मामलों की भी जांच कराये जाने की मांग की है क्योंकि इनमें भी लाखों रुपये की हेराफेरी हो रही होने की आशंका उन्होंने जतायी है।

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