Thursday, 28 August 2008

डबल ऍफ़ एस आई मिली, MD/MRVC को इसका सारा श्रेय

मुंबई रेल विकास कारपोरेशन (एम्आरवीसी) के प्रबंध निदेशक डा. पी. सी. सहगल के अथक प्रयासों से बांद्रा स्टेशन से लगे कीमती प्लाट की ऍफ़एसआई महाराष्ट्र सरकार ने बढाकर डबल यानि ४ कर दी है।
ज्ञातव्य है की यह मामला पिछले करीब दो सालों से अटका पड़ा था। कई अटकलें लगाईजा रही थीं क्योंकि फालोअप आरएलडीऐ द्वारा किया जा रहा था। डा. सहगल की इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि से एमयुटीपी II प्रोजेक्ट को गति मिल जायेगी। एमयुटीपी II के अंतर्गत डी सी / ऐ सी कन्वर्जन और कुर्ला-ठाणे के बीच की दो लाइनें और झोपडियों का पुनर्वसन आदि का काम होना है। इसकी कुल लागत ५,३०० करोड़ रुपये है। इसमें २००० करोड़ रुपये का कर्ज विश्व बैंक से मिलने की उम्मीद है। बाकि रकम बांद्रा के इस प्लाट का कमर्शियल विकास करके जुटाई जायेगी।
रेलवे ने बांद्रा के इस प्लाट के कमर्शियल विकास को पहले ही क्लीयर कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार ने डबल ऍफ़ एस आई इसी शर्त पर दिया है की इसके कमर्शियल विकास से जुताई जाने वाली राशि मुंबई की रेल परियोजनाओं का विकास किया जाएगा।
डा. सहगल का कहना है की रेलवे ने महाराष्ट्र सरकार को आश्वस्त किया है की इस प्लाट की बिक्री से मिलने वाली अधिकतम राशि को मुंबई की रेल परियोजनाओं के लिए ही खर्च किया जाएगा जिससे एम यु टी पी II की फंडिंग में कोई समस्या नहीं आएगी। उन्होंने कहा की विश्व बैंक से २००० करोड़ रुपये का कर्ज लेने की योजना है और बाकी रकम इस प्लाट के कमर्शियल विकास से जुताई जायेगी। यदि फ़िर भी रकम कम पड़ती है तो उसे रेलवे और राज्य सरकार मिलकर पूरा करेंगे।

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