एक और लंबी दूरी की गाड़ी की शुरुआत
गुवाहाटी : पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने नये साल के तोहफे में रेल यात्रियों को एक और सबसे लंबी दूरी की गाड़ी दी है. 1 जनवरी से यह गाड़ी पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के डिबू्रगढ़ से शुरू होकर कर्नाटक के यशवंतपुर के लिए रवाना हुई. असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने 3650 किमी. की दूरी तय करने वाली देश की इस दूसरी गाड़ी की घोषणा मंगलवार, 29 दिसंबर को की थी. यह गाड़ी सात राज्यों को पार करेगी. शीघ्र ही यह गाड़ी देश की सबसे लंबी दूरी का खिताब रखने वाली हिमसागर एक्सप्रेस को भी पीछे छोड़ सकती है. जम्मू तवी से कन्याकुमारी के बीच चलने वाली हिमसागर एक्सप्रेस कुल 71 घंटे की यात्रा में 10 राज्यों से गुजरती है और कुल 88 स्टेशनों पर रुकती है. और इस दरम्यान यह गाड़ी कुल 3715 किमी का सफर तय करती है. एनएफआर सूत्रों का कहना है कि डिब्रूगढ़-यशवंतपुर एक्सप्रेस, जो फिलहाल 3650 किमी का यात्रा करेगी, शीघ्र ही हिमसागर एक्सप्रेस से उसका सबसे लंबी दूरी की गाड़ी का खिताब छीन लेगी, क्योंकि जैसे ही अन्य रेलों द्वारा इसका रूट तय कर लिया जायेगा, इसकी दूरी और ज्यादा बढ़ जायेगी. यह गाड़ी अपने गंतव्य तक पहुंचने के दरम्यान सात राज्यों और पांच रेलवे
जोनों से होकर गुजरेगी. सप्ताह में फिलहाल प्रत्येक शुक्रवार को डिब्रूगढ़ से शाम 6.30 खुलकर यह गाड़ी सोमवार रात को 11.55 बजे यशवंतपुर (बंगलोर) पहुंचेगी.
गुवाहाटी : पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने नये साल के तोहफे में रेल यात्रियों को एक और सबसे लंबी दूरी की गाड़ी दी है. 1 जनवरी से यह गाड़ी पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के डिबू्रगढ़ से शुरू होकर कर्नाटक के यशवंतपुर के लिए रवाना हुई. असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने 3650 किमी. की दूरी तय करने वाली देश की इस दूसरी गाड़ी की घोषणा मंगलवार, 29 दिसंबर को की थी. यह गाड़ी सात राज्यों को पार करेगी. शीघ्र ही यह गाड़ी देश की सबसे लंबी दूरी का खिताब रखने वाली हिमसागर एक्सप्रेस को भी पीछे छोड़ सकती है. जम्मू तवी से कन्याकुमारी के बीच चलने वाली हिमसागर एक्सप्रेस कुल 71 घंटे की यात्रा में 10 राज्यों से गुजरती है और कुल 88 स्टेशनों पर रुकती है. और इस दरम्यान यह गाड़ी कुल 3715 किमी का सफर तय करती है. एनएफआर सूत्रों का कहना है कि डिब्रूगढ़-यशवंतपुर एक्सप्रेस, जो फिलहाल 3650 किमी का यात्रा करेगी, शीघ्र ही हिमसागर एक्सप्रेस से उसका सबसे लंबी दूरी की गाड़ी का खिताब छीन लेगी, क्योंकि जैसे ही अन्य रेलों द्वारा इसका रूट तय कर लिया जायेगा, इसकी दूरी और ज्यादा बढ़ जायेगी. यह गाड़ी अपने गंतव्य तक पहुंचने के दरम्यान सात राज्यों और पांच रेलवे
जोनों से होकर गुजरेगी. सप्ताह में फिलहाल प्रत्येक शुक्रवार को डिब्रूगढ़ से शाम 6.30 खुलकर यह गाड़ी सोमवार रात को 11.55 बजे यशवंतपुर (बंगलोर) पहुंचेगी.
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