< कुछ अधिकारीयों का कहना है की फेडरेशन के वर्त्तमान नेतृत्व ने छठे वेतन आयोग के सामने ग्रुप 'बी' का पक्ष पूरी मजबूती के साथ नहीं रखा, इसलिए ग्रुप कोई कोई ख़ास लाभ नहीं मिला, इस बारे में आपका क्या कहना है?
> कौन अधिकारी ऐसा कह रहे हैं...? मेरी समझ से कार्यरत अधिकारीयों में से तो कोई ऐसी बचकानी बात कहेगा नहीं। आप बताएं या नहीं, मगर मैं समझ सकता हूँ की ऐसा कौन लोग कह सकते हैं। सच्चाई यह है की छठे वेतन आयोग के समक्ष ग्रुप 'बी' का पक्ष पूरी मजबूती के साथ प्रस्तुत किया गया था और आयोग की रिपोर्ट आने के बाद हमारी फेडरेशन ने ही सबसे पहले उसकी सिफारिशों की मुखालफत की थी। इसके साथ ही विभिन्न मंचों से बयान जारी करके सरकार को यह चेतावनी भी सबसे पहले जारी कर दी थी की इसमे पर्याप्त सुधार नहीं किया गया तो ग्रुप 'बी' अधिकारी इन्हे स्वीकार नहीं करेंगे और जरुरत पड़ी तो हड़ताल पर जाने से भी नहीं हिचकिचाएंगे।
इसके लिए बडोदा हॉउस नई दिल्ली में एक बड़ी सभा की आयोजन भी किया गया था, जिसे सभी फेडरेशनों के पदाधिकारियों ने भी संबोधित करके हमारे साथ अपनी एकजुटता दर्शायी थी। इसी के बाद बनी सचिवों की समिति में सिफारिशों में काफी सुधार किया गया और फेडरेशन ने selection grade को PB4 में रखवाकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इससे अब ग्रुप 'बी' के लगभग ५०० अधिकारी हमेशा selection grade में रहेंगे, जिन्हें इसका सर्वाधिक लाभ मिला है। इसके अलावा भी कई फायदे हुए हैं जिन्हें नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। अतः जो लोग भी ऐसा कह रहे हैं वह vastav में अपनी नाकामयाबियों की तरफ़ से लोगों की ध्यान हटाये रखना चाहते हैं।
< वर्त्तमान में फेडरेशन की अजेंडा क्या है?
> फेडरेशन की सर्वप्रथम प्राथमिकता सभी ग्रुप 'बी' अधिकारीयों को, मिस्लेनिअस कैटेगरी के साथ ८००-१३५०० की grade दिलाना और पूरे basic cadre १६४७ की ५०% ( ८२४ ) हासिल करना है। इसके अलावा समय-समय पर आने वाले मुद्दों को उनकी प्राथमिकता और अनिवार्यता के आधार पर समाधान करवाना है।
मैंने को ५०% cadre की बात कही है वह इसलिए आवश्यक है क्योंकि ग्रुप 'बी' में नियुक्ति के बाद इस वर्ग के अधिकारीयों की सेवा काल लगभग १५ से २० वर्ष शेष बचता है। इसलिए हमारी भरपूर कोशिश है की ५०% cadre मिल जाए तो सभी ग्रुप 'बी' अधिकारीयों को कम से कम junior administrative grade (JAG) में confirm होने की स्थिति बन जाए। जबकि 20vi सदी में हमारे फेडरेशन की सोच सिर्फ़ adhoc तक ही सीमित थी। परन्तु अब badalte समय के अनुसार उनकी ummeeden भी badali हैं और अब वह जो पाना चाहते हैं वो अपने अधिकार के अनुरूप पाना चाहते हैं। अब उन्हें adhoc ( खैरात ) बिल्कुल नहीं चाहिए। अब स्थिति यह है की ८-९ साल अन्दर ही adhoc की जगह उन्हें १००००-४५००० ( grade pay ६६०० ) का senior scale मिलने लगा है।
Interview continue.......
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